पेज

शुक्रवार, 6 नवंबर 2020

यादें/कविता/dimple khipla

 Home   रचनाएँ     प्रतियोगिता   Other  जेआर 'बिश्नोई'


                    यादें                 




©️कॉपीराइट- dimple khipla        पंचपोथी के पास संकलन की अनुमति है।इन रचनाओं का प्रयोग  dimple khipla  की अनुमति बिना कही नही किया जा सकता हैं।



   "यादें "

यादें रह जाती है, जब सब कुछ चला जाता है। 
जो एक बार चला जाता है, वो वक्त फिर नहीं आता है। 
पास क्या रह जाता है, बस वो बातें,मुलाकातें बस... 
तेरा सपनों में आना बहुत रुलाता है मुझको, पर सपनो
से इंसान कुछ भी नहीं पाता है। यादें रह जाती है, जब सब कुछ चला जाता है। 






हमसे जुड़े


👉     facebook
👉     facebook page
👉     facebook group 
👉     instagram 
👉     youtube 
👉     Twitter  
👉     Downloud app




पंचपोथी 

पंचपोथी हिन्दी के नव रचनाकारो की रचना प्रकाशित करने के लिये तथा पाठक वर्ग तक नयी रचना पहुचाने के उद्देश्य से बनाया गया इंटरनेट जाल है।






   
          Terms of service           Privacy policy

                                   Copyright

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें