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" त्यौहार "
त्यौहारों का मौसम आया।
सभी के मनो को खूब हरशाया।
कोई बनाए शक्रपारे, कोई निमकी-पकौडे।
खाने-पीने में सब ने मिलके बड़ा मजा उडाया।
रंगोली भी बन गई है,बंधनवार दरवाजे पे लगाया।
रंग-बिरंगी लडियाँ लग गई सब के घरों के बाहर।
पटाखों का भी बच्चों ने अच्छा-खासा ढेर लगाया।
त्यौहारों का मौसम आया, त्यौहारों का मौसम आया।
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